Tuesday 19 February 2013

शुभ प्रभात दोस्तो.............

चार पंक्ति आपके सम्मान में
*मुक्तक*



आज फिर संघर्ष करने की जरूरत है।
राष्ट्र हित में आज मरने की जरूरत है।।
मुश्किलों से जूझते भारत के जनजन में,
क्रान्ति का पैगाम भरने की जरूरत है।।

        

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